India News HP (इंडिया न्यूज़), Punjab Crime: गुरदासपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस द्वारा एक युवती के साथ मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन किया गया। यह घटना गुरदासपुर के एक जज के घर से चोरी के मामले में हुई।
जज के घर काम करती थी युवती
एक 23 वर्षीय युवती ममता, जो जज के घर सफाई का काम करती थी, चोरी के संदेह में थाना सिटी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ममता का आरोप है कि एसएचओ गुरमीत सिंह और तीन अन्य एएसआई ने उसे अवैध रूप से सरकारी क्वार्टरों में बंद कर रखा था और दो दिनों तक अमानवीय यातनाएं दीं।
जांच के बाद बड़ी कार्रवाई
इस घटना का संज्ञान लेते हुए, एसएसपी दयामा हरीश कुमार ओम प्रकाश ने तत्काल प्रभाव से थाना सिटी के एसएचओ गुरमीत सिंह, एएसआई मंगल सिंह, एएसआई अश्विनी कुमार और एएसआई सरवण सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
पुलिस अधिकारियों की लापरवाही
यह घटना पुलिस विभाग की लापरवाही और अमानवीय व्यवहार को उजागर करती है। चोरी के संदेह पर ही किसी को इस तरह से प्रताड़ित करना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि मानवाधिकारों का भी उल्लंघन है।
घटना की निंदा (Punjab Crime)
इस घटना की व्यापक रूप से निंदा की जा रही है। सिविल सोसायटी और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है। पुलिस विभाग को भी अपनी गलतियों से सबक लेना चाहिए और आगे से ऐसी घटनाओं से बचना चाहिए।
इस प्रकार, यह घटना पुलिस विभाग में व्याप्त लापरवाही और अमानवीय व्यवहार को उजागर करती है। नागरिकों के मानवाधिकारों का सम्मान करना पुलिस का दायित्व है, और इस मामले में उसकी बड़ी विफलता रही है।
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