इंडिया न्यूज़/ Dharm : हम हर रोज सुबह उठते है और अपने दिन की शुरूआत करते है। लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमें सुबह-सुबह उठकर ऐसे ही अपने दिन की शुरूआत नहीं करनी चाहिए। हमारे धर्मशास्त्र हमेंशा से इस बात का संकेत देते आ रहे है कि दिन की शुरूआत को हमें किसी खास मंत्र या प्रार्थना से करनी चाहिए। पूराने धर्मशास्त्रों के अलावा भी आज के मनेजमेंट गुरू भी दिन के शुरूआत को आपकी सफलता का पहला नियम बताते है।
दिन की शुरूआत में आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप हमेंशा सोने के बाद आखे खोलते समय कुछ ऐसी प्रार्थनाएं या मत्रों को उचारण करें कि आपके दिन की शुरूआत पॉजिटिव तरकी से हो। साथ ही पूरे दिन को लेकर आपका लक्ष्य साफ रहें।
सुबह-सुबह आंखें खोलते समय हमारा पहला विचार प्रतिदिन करने वाला मंत्र या प्रार्थना होनी चाहिए। आपकों सुबह की प्रार्थनाएं कहीं से भी मिल जाती है और इसके अलावा आप खूद भी कुछ प्रार्थनाओं को अपने लिए लिख सकते है जो आपको दिनभर के लिए पॉजिटिव व्यू दे। हालांकि सुबह-सुबह उठते हुए आप खास मंत्रों का उच्चारण करेंगे तो निश्चित ही आपका हर दिन बहतर गुजरेंगा।
मंत्र
“कराग्रे वसति लक्ष्मीः, कर मध्ये सरस्वती।
करमूले तू ब्रह्मा, प्रभाते कर दर्शनम्।।“
अर्थ
इस मंत्र का मतलब है कि हथेलियों के अग्रभाग में मां लक्ष्मी, मध्य भाग में मां सरस्वती और मूल भाग में भगवान परमबह्मा गोविंद का निवास है। सुबह के समय मैं इनके दर्शन करता हूं।
धन प्राप्ति के लिए मंत्र:
सर्वाबाधाविनिर्मुक्तो धनधान्यसुतान्वित:
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यतिं न संशय:
अर्थ
हे मां, मनुष्य को तुम्हारे प्रसाद से सब समस्याओं से मुक्ति मिलेगी और धन, धान्य एवं पुत्र से संपन्न होगा। इसमें थोड़ा भी संदेह नहीं है।
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