India News (इंडिया न्यूज़), Famous Aarti in India: हम सभी को साल में एक बार कहीं खास जगह घूमने की इच्छा होती है। घूमने की ये जगह प्राकृतिक सौंदर्य के साथ आस्था से भरी होती है, तो धूमने का आंनद कई गुना बड़ जाता है। इन आस्था से भरे स्थान में जाने पर वहां की अद्भुत आरती को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। भारत में कई जगहों पर ऐसी आरती की जाती है, जहां देश-विदेश के लोग आरती का अद्भुत दृश्य देखने आते है।
मान्यता है कि ढोल, नगाड़ों और घंटियों की ध्वनि से युक्त आरती के दर्शन से मन को शांति प्राप्त होती है। आरती में शामिल होने से मनुष्य के अंदर भगवान के प्रति श्रद्धा और विश्वास और भी मजबूत होता हैं। अगर आप परिवार के साथ कहीं घूमने का सोच रहे हैं तो मन की शांति के लिए इन प्रसिद्ध जगहों की आरती के दर्शन कर सकते है।
भारत की पवित्र नदी गंगा की आरती विश्वभर में मशहूर हैं। पहाड़ों में ऋषिकेश से लेकर हरिद्वार में मैदानी क्षेत्र की गोद में उतरते ही गंगा आरती का दृश्य मन को मोह लेने वाला होता है। हरिद्वार के हर की पौड़ी में गंगा की आरती को देखने लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ती है। हरिद्वार की ही तरह ऋषिकेश, प्रयागराज, वाराणसी और चित्रकूट में भी गंगा आरती का आयोजन भी मन को मोहने वाला है। यहां की गंगा आरती का दृश्य देखने मात्र से व्यक्ति भक्ति के रस में डूब जाता है। इन जगहों की गंगा आरती देखने के लिए सिर्फ देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं।
मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक है महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में भीड़ उमड़ती है। यहां महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल की आरती का एक ऐसा रूप देखने को मिलता है जो कहीं और नहीं मिलेगा। शिव के श्रृंगार के लिए आरती से पहले यहां चिता की राख यानि भस्म शिवलिंग की पूजा की जाती है। इसके बाद भगवान की एक अद्भुत आरती की जाती है। हर साल शिवरात्रि के अवसर पर महाकालेश्वर में धूमधाम से उत्साह मनाया जाता है। महाकालेश्वर मंदिर में भस्मा आरती देखने देश-विदेश से लोग आते हैं।
पाहड़ियों और नदियों के बीच में स्थित शिव के प्रसिद्ध स्थान केदारनाथ मंदिर लोगों के लिए एक पवित्र स्थान है। साल भर में सिर्फ चार माह खुलने वाले इस स्थान में कठिन यात्रा के बाद श्रद्धालु पहुंचते हैं । लाखों लोग केदारनाथ में आरती देखने आते हैं। केदारनाथ धाम शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक है। सुबह-सुबह में शिव-पिंड को प्राकृतिक रूप से स्नान कराकर उस पर घी-लेपन किया जाता है। इसके बाद शिव-पिंड की धूप-दीप जलाकर आरती उतारी जाती है। बता दें कि इस दौरान भक्त मंदिर में प्रवेश कर शिव-पिंड की पूजा कर सकते हैं, लेकिन शाम के समय भगवान का श्रृंगार किया जाता है। इस समय भक्त दूर से केवल इसका दर्शन ही कर सकते हैं।
मथुरा में स्थित बांके बिहारी जी की आरती देखकर हर कोई भी आसानी से मोहित हो जाता है। बांके बिहारी मंदिर बहुत खूबसूरत है। यह मंदिर भक्तों के बीच बहुत प्रसिद्ध है। यहां की आरती बहुत ही भव्य और मन को मोह लेने वाली होती है। मंदिर की बात करें तो इसकी खास बात यह है कि मंदिर के सामने एक दरवाजा है, जिस पर पर्दा लगा हुआ है। यह पर्दा हर एक या 2 मिनट के बाद खुलता और बंद होता है। बांके बिहारी जी आरती के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु वृंदावन आते हैं।