India News (इंडिया न्यूज़), Himachal CM: हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद बंद किए गए संस्थानों और कार्यालयों को लेकर विधानसभा सदन में खूब हंगामा हुआ। प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक अजय सोलंकी की ओर से पूछे गए सवाल को लेकर मुख्यमंत्री सुक्खू और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बीच नोकझोंक भी हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीतिक लाभ लेने को नहीं, जनता की जरुरतों के हिसाब से बंद संस्थानों को खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि पदों को सृजित किए बिना पूर्व सरकार ने चुनावों से पहले कई संस्थान खोले। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पलटवार कर कहा कांग्रेस विधायकों को अगर यह संस्थान नहीं चाहिए तो वो सरकार को इस बाबत लिखकर दें। भाजपा विधायक बंद संस्थानों को खोलने की मांग पर अडिग हैं।
कांग्रेस विधायक अजय सोलंकी ने सवाल पूछा कि बंद किए गए संस्थानों और कार्यालयों में क्या पद सृजित थे या यह सिर्फ अधिसूचनाएं ही थी।
अनुपूरक सवाल करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में कई संस्थान आठ माह से फंक्शनल थे, अधिकारी उन कार्यालयों में बैठे थे। फिर भी उन्हें बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पालमपुर में होली महोत्सव के कार्यक्रम में गए। वहां स्थानीय विधायक ने बीडीओ ऑफिस जो बंद किया है उसे दोबारा खोलने की बात कही। मुख्यमंत्री ने मंच से इन संस्थानों को दोबारा खोलने का एलान किया। इसी तरह औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में एसडीएम और बीडीओ का कार्यालय जो पूर्व सरकार ने खोले थे वह बंद किए। जब विधायक ने वह मांग उठाई तो दोबारा खोलने की घोषणा की गई। जयराम ठाकुर ने कहा कि बीते दस माह में हिमाचल प्रदेश दस वर्ष पीछे चला गया है। जो संस्थान स्थापित हो गए हैं, क्या उन्हें दोबारा से नोटिफाई किया जाएगा। इस पर सदन में स्थिति स्पष्ट की जाए। मूल प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष चार मिनट तक सदन में बोलते रहे और हमने उनकी बात को ध्यान से सुना। मेरा उनसे आग्रह है कि वह अलग से सवाल लगाए, हम विस्तृत जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि यह सरकार पिछली सरकार की तरह नहीं करेगी। पहले पद भरे जाएंगे फिर संस्थान खोले जाएंगे।