India News (इंडिया न्यूज़), MC Shimla, Himachal News: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में सेनेटरी इंस्पेक्टर के बाद अब नगर निगम की चालक भर्ती में भी गड़बड़ झाले होने की आशंका है। सैहब सोसायटी से भरे गए चालकों के कई पदों पर नगर निगम में तैनात अवसरों तथा कर्मचारियों द्वारा अपने ही रिश्तेदारों को भर्ती कराया गया है। आरोप है कि सैहब सोसायटी तथा आउटसोर्स से भरे गए 63 में से 25 से अधिक पदों पर नगर निगम में तैनात अफसरों और कर्मचारियों के रिश्तेदारों को ही नियुक्त किया गया है।
इनमें से कई कर्मचारियों के लाडले है; तो कई भाई या फिर भतीजे हैं; पिता पुत्र भी चालक पदों पर भर्ती किए गए हैं। जबकि इनमें कई भार्तीयां वर्ष 2020 से पहले की है; तो बाकी बची हुई 30 से ज्यादा पदों पर हुई भार्तीयां साल 2021 से 2022 के बीच हुई है। दबी आवाज में निगम के अपने कर्मचारियों द्वारा भी इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
नगर निगम द्वारा दावा है कि सभी भार्तीयां नियमानुसार की गई है। परंतु ज्यादातर पदों पर रिश्तेदारों की नियुक्ति से कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। शुक्रवार को होने वाले नगर निगम सदन में भी इस भर्ती पर सवाल उठाए गए हैं। पार्षद सरोज ठाकुर द्वारा इस बारे में सदन में सवाल उठाया गया। निगम प्रशासन ने इसके जवाब में चालक भर्ती की पूरी रिपोर्ट सदन में रखना वाली है। जानकारी है कि इससे पहले सेनेटरी इंस्पेक्टर की जांच में भी चौंकाने वाले खुलासे हुए थे।
नगर निगम सदन में शुक्रवार को एलईडी लाइट न लगाने, बंद पड़े गोदाम के किराए देने पर, स्मार्ट सिटी की दुकानों में रेन हार्वेस्टिंग की व्यवस्था न करने, लावारिस कुत्तों के बढ़ते आतंक, शहर से बाहर पेयजल सुविधा देने, नालों को पक्का करने जैसे मामलों पर चर्चा गर्मीसे होने की उम्मीद है।
नगर निगम सदन में इस बार अवैध निर्माण न हटने को लेकर भी सवाल पूछें है। प्रतियोग पार्षद आशा शर्मा द्वारा हटेश्वरी मंदिर के समीप अवैध निर्माण न हटने को लेकर प्रशासन से जवाब मांगा गया है। नाभा में टैंक का काम लटकने पर भी हंगामा होने की आशंका है।
यह भी पढ़े- CM Sukhu: हरित हाइड्रोजन में निवेश करें प्रवासी हिमाचली, प्रदेश सरकार करेंगी हर संभव मदद- बोले सीएम