India News (इंडिया न्यूज़), Solan News, Himachal: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के नालागढ़ इलाके में संदिग्ध हालात में एक व्यक्ति की मौत हुई। उसकी मौत पर परिजनों ने हंगामा करा, साथ ही की सीबीआई से जांच की मांग। दरअसल मौत की वजह पुलिस द्वारा सड़क हादसा बताई जा रही है, परंतु परिजनों द्वारा पुलिस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया गया। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाने के साथ-साथ नालागढ़ अस्पुपताल में काफि हंगामा भी करा। पुलिस के मुताबिक उन्हें सूचना मिली थी कि मझौली के कुछ लोग चिट्टा सप्लाई कर रहें है। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो उस दौरान एक गाड़ी मझौली स्थित भूपिंद्रा होटल के सामने सड़क के किनारे खड़ी थी। पुलिस को देखकर उक्त गाड़ी से एक व्यक्ति उतरा और भागने लगा।
हड़बड़ाहट में वह दूसरी ओर से आ रहे ट्रक की चपेट में आ गया और घायल हो गया। पुलिस ने उसे नालागढ़ अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक धनीराम नालागढ़ तहसील के बीड प्लासी का निवासी था। पुलिस के अनुसार इस गाड़ी में पंजाब के रोपड़ जिले के नंगल गांव का जसविंद्र सिंह भी था। पुलिस को जसविंद्र सिंह के पास से 4.45 चिट्टा भी बरामद हुआ है। वहीं, हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। डीएसपी प्रियंक गुप्ता ने बताया कि सड़क हादसे में धनीराम की मौत हुई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
वहीं, पिता रणजीत सिंह द्वारा पुलिस को धनीराम की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया। पिता ने आरोप लगाया कि धनीराम को एसआईयू टीम बद्दी ने सोमवार शाम को उठा लिया था। धनीराम पुलिस की कस्टडी में था तो उसकी मौत कैसे हो गई। पुलिस ने यह हादसा 12:00 बजे दिखाया है। यही नहीं, धनीराम की जेब से अस्पताल में चिट्टा भी निकला है तो क्या पुलिस ने पांच घंटों में उसकी तलाशी तक नहीं ली थी। इन सब बातों से एसआईयू बद्दी की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगता है। उन्होंने इसकी सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
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