India News (इंडिया न्यूज), Solan News, Himachal: आधुनिकता के इस समय में हम स्मार्टफोन, लैपटॉप, कंप्यूटर इत्यादि के आदि हो चुके है। हमारा सारा काम आज हमारे फोन से होता है। जिस कारण बड़े ही नहीं बच्चे तथा युवा भी मोबाइल का बहुत ज्यादा इस्तमाल करने लगे है। जिसका सीधा असर उनकी आंखों पर हो रहा है। अंधेरी में मोबाइल यूज करना बहुत हानिकारक हो सकता है। इससे आंखें कमजोर होने के साथ-साथ उनमें जलन की समस्या भी हो सकती है। जिससे सरदर्द और आंखों के नीचे काले घेेरो की समस्या हो सकती है।
इन समस्याओं से पीड़ित लोगों के मामले आजकल अस्पताल में ज्यादा आने लगे है। रोजाना इस मामले से संबंधित 40 या 50 मामले रिकॉर्ड होते हैं। इन हालातों के चलते नेत्र विशेषज्ञों की लोगों से यह अपील है कि वे अंधेरे में मोबाइल का प्रयोग कम करें। विभाग द्वारा इस सिलसिले में युवाओं में जागरुकता भी लई जा रही है। आंखों में सूखापन होने की समस्या भी आजकल बढ़ती जा रही है। यदि हमने इस विषय पर ध्यान ना दिया तो ज्लद ही युवा अंधेपन का शिकार भी हो सकते हैं।
डॉ. सुमित सूद, जो की नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं; उनका कहना है कि अंधेरे में मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल कभी नहीं करना चाहिए। यह काफी घातक हो सकता है। इससे आंखों से संबंधित कई बीमारियां हो सकती है। युवाओं से उनका आग्रह है कि मोबाइल का प्रयोग कम से कम करें। यदि बहुत जरूरी हो तो रोशनी में ही फोन चलाएं। जिससे इन हानिकारक बीमारियों से अपनी आंखों को बचा सके।
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