India News (इंडिया न्यूज़), Kargil Vijay Diwas, Himachal: कारगिल युद्ध में जीत हासिल कर टाइगर हिल पर विजय झण्डा फहराने वाले ददाहू के जांबाज सेवानिवृत कैप्टन लीलाराम की आंखें आज तक भी अपने साथियों की यातना को याद कर भर जाती है। उन्होंने अ्पने 36 साथियों की यातना को अपनी आंखो से देखा है। कारगिल के समय वो भारतीय सेना में नायाब सिबेदार के पद पर थे। कैप्टन लीलाराम को 4 जुलाई 1999 को 17,000 फीट ऊपर स्थित टाइगर हिल पर विजय ध्वज फहराने का गौरव मिला।
वर्ष 2008 में कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त होकर घर लौटे ददाहू निवासी कैप्टन लीला राम ने बताया कि कारगिल युद्ध भले ही इतिहास के पन्नों पर दर्ज हो गया है। उनकी यूनिट के 36 सैनिक इस युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए। कैप्टन लीलाराम उस गम को आज तक भूला नहीं पाए हैं। उन पलों को याद कर उनकी आंखें आज भी भर आती हैं। उन्होंने कहा कि जांबाज सैनिकों की शहादत को भूलाया नहीं जा सकता और न ही उन शूरवीरों की कमी को कभी पूरा किया जा सकेगा।
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