India News(इंडिया न्यूज़), Lahul News: हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीती के योचे गांव की सड़क बर्फबारी से बर्फ इकट्ठा होगई। जिस कारण कोई भी हादसा हो सकता था। परंतु वहां की महिलाओं ने लोगों को इन हादसे से बचाने के लिए यह मोर्चा संभाल सड़क से बर्फ हटाई गई। 4 महिलाओं ने इस काम को 7 घंटे के टाइम में इस कार्य को पूरा किया। इन महिलाओं ने करीबन 2.5 किलोमीटर के रास्ते को बहाल किया। 1 दिसंबर को गांव में 20 सेमी बनारस होने से गांव का संपर्क बाकी प्रदेश से कट गया था। गांव में स्वास्थ्य और संचार व्यवस्था की सुविधा न होने से गांव की 70% आबादी सर्दी आने से पहले ही कुल्लू मनाली और चली गई। इस समय गांव में केवल 28 से 30 लोग रह रहे हैं। इन लोगों को अपने मवेशियों की देखभाल भी करनी पड़ती है।
दर्जा पंचायत के योचे गांव की चार महिलाओं के जज्बे की सब लोग तारीफ कर रहे हैं। इन महिलाओं ने छोटी गाड़ी के लिए सड़क बहाल कर दी। 1 दिसंबर की रात मुझे गांव तथा आसपास क्षेत्र में 20 सेंटीमीटर तक बर्फबारी हुई। दो और तीन दिसंबर को घाटी में मौसम साफ था। रविवार को उसे गांव की बिमला देवी, युरजोम लामो, अंगमो देवी और तंजिन लामो द्वारा योचे पुल कैसे गांव तक लगभग 2.5 कि तक सड़क से बर्फ हटाकर मार्ग को गाड़ियों के आने जाने के लिए खोल दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि महिलाओं द्वारा सड़क को साफ करने के लिए सुबह 9:00 बजे बलचा उठाया गया था और शाम 4:00 बजे तक सड़क वाहनों के आने जाने के लिए योग्य हो गई थी।
राहुल गांधी में 15 घरों की आबादी वाला योजना आज भी स्वस्थय और दूरसंचार सेवाओं से महरूम हैं। गांव की शेयरिंग अंग्याल का कहना है कि गांव ढारचा से 12 किलोमीटर दूर है। दारचा पवन सिंह बहुत सिग्नल उपलब्ध हो पाते हैं। उन्हें फोन पर बात करने के लिए घरों से बाहर निकालना पड़ता है।
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