India News (इंडिया न्यूज़), Lok Sabha Election: आगामी लोकसभा चुनाव में हिमाचल की प्रदेश कांग्रेस जातीय एवं क्षेत्रीय संतुलन साध कर उम्मीदवार के नाम तय कर रही है। नई दिल्ली में पूर्व रेल राज्य मंत्री भक्त चरण दास की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी की पहली बैठक में इस मुद्दे पर सोच-विचार किया गया था। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह मंडी संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकती है। उनका इस सीट से लड़ना लगभग तय हो चुका है। अन्य तीन सीटों से नए चेहरे चुनाव लड़ सकते है। पार्टी के हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ल के घर में हुई बैठकों में सीएम सुखविंद्र सुक्खू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह तथा उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी मौजूद रहे।
इसी के चलते राज्य के चारों संसदीय क्षेत्रों में संभावित उम्मीदवार के नामों तथा प्रदेश में बदलते चुनावी समीकरणों पर विस्तार से चर्चा की गई। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा हिमाचल प्रदेश में पार्टी उम्मीदवार तलाशने का जिम्मा पूर्व रेल राज्य मंत्री भक्त चरण दास को सौंपा गया है। लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी द्वारा भक्त चरण दास की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया गया। कांग्रेस नेता नीरज दांगी एवं यशोमति ठाकुर को स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि उम्मीदवारों के चयन के लिए स्वयं हाईकमान द्वारासर्वेक्षण भी करवाया जा रहा है।
इसके साथ स्क्रीनिंग कमेटी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी से भी संभावित उम्मीदवारों की सूची मांगी गई है। इसी कड़ी में सोमवार को स्क्रीनिंग कमेटी की पहली बैठक नई दिल्ली में हुई। इस दौरान कमेटी अध्यक्ष भक्त चरण दास को प्रदेश के संसदीय क्षेत्रों तथा उनके समीकरणों से अवगत कराया गया। जानकारी दी गई कि प्रदेश के चार संसदीय क्षेत्रों में कितने-कितने जिले शामिल हैं, पूर्व में यहां से कौन-कौन कांग्रेस उम्मीदवार रहे चुके हैं। पार्टी चुनावों में किन मुद्दों को लेकर जाएगी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हमीरपुर, शिमला और कांगड़ा में नये चेहरों पर दांव खेलने की तैयारी में है। हमीरपुर सीट पर कांग्रेस को लगातार आठ चुनावों से हार का सामना करना पड़ रहा है। वर्ष 1996 में विक्रम सिंह के चुनाव जीतने के बाद से कांग्रेस के हाथ यह सीट नहीं लगी है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर लगातार तीन चुनाव यहां जीत चुके हैं। इस बार के चुनाव में हमीरपुर के चुनाव में कांग्रेस की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की यह गृह सीट है। यहां से भाजपा को पटखनी देने के लिए कांग्रेस किसी नए चेहरे को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है। उधर, कांगड़ा और शिमला संसदीय सीट को कांग्रेस लगातार तीन चुनाव से हार रही है।
यहां से कांग्रेस इस बार किस को प्रत्याशी बनाती है, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। प्रतिभा सिंह के उम्मीदवार रहते पूर्व की जयराम सरकार के समय में मंडी में हुए उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की थी। सांसद प्रतिभा सिंह बीते एक वर्ष से संसदीय क्षेत्र में सक्रिय भी हैं। इनके पुत्र और लोकनिर्माण व शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी मंडी सीट पर फोकस किया हुआ है। विक्रमादित्य सिंह के एक माह के दौरान चार से पांच बार मंडी संसदीय के जिलों में लगातार दौरे हो रहे हैं। कुल्लू, मंडी, किन्नाैर, लाहौल-स्पीति तथा रामपुर क्षेत्र मंडी संसदीय सीट के अंदर आते हैं।
CM सुखविंद्र सुक्खू और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सोमवार देर शाम को हिमाचल में होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर विस्तार से चर्चा की। 15 फरवरी को राज्यसभा सीट के लिए राज्य विधानसभा में नामांकन होना है। प्रदेश से राज्यसभा में जाने के लिए सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और आनंद शर्मा के नाम की चर्चा है।
CM सुक्खू का कहना है कि अगर पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी या महासचिव प्रियंका गांधी हिमाचल से राज्यसभा जाना चाहेंंगी तो इससे बड़ी सौभाग्य की बात कोई नहीं होगी। नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी परिवार का देश में सिर्फ एक अपना घर है, वो भी शिमला में। उन्होंने कहा कि राज्यसभा प्रत्याशी के चयन का अधिकार हाईकमान के पास है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ही इस बाबत फैसले लेंंगे।
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