India News (इंडिया न्यूज), Viral: पंजाब के बठिंडा से एक अजीबो गरीब मामला सामने आ रहा है जहां एक मुर्गे को 24×7 पुलिस सुरक्षा दी जा रही है। दरअसल पशु क्रूरता चलते कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने गांव में आयोजित मुर्गा लड़ाई से एक मुर्गे को बचाने के लिए हस्तक्षेप किया है। घायल मुर्गे को पुलिस सुरक्षा में रखा गया है और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधिकारी निर्मल सिंह ने बल्लुआना गांव में घटी घटना खुलासा किया कि मुर्गियों के बीच हुई इस संगठित लड़ाई में करीब 200 लोग शामिल थे। सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। हालांकि प्रतिभागी मौके से भाग गए थे। लेकिन दो मुर्गियाँ और एक व्यक्ति पकड़ लिया गया है। पुलिस अधिकारी निर्मल सिंह ने स्थिति की गंभीरता का खुलासा करते हुए बताया कि प्रतियोगिता से जुड़ी 11 ट्रॉफियां मिली हैं। यह इस तथ्य को उजागर करता है कि कार्यक्रम सुव्यवस्थित था। संदिग्धों में से एक, राजविंदर को गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया। बाकी संदिग्ध अभी भी फरार हैं।
पशु क्रूरता अधिनियम के तहत तीन व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। और आगे की जांच में आयोजकों द्वारा जानवरों के साथ परेशान करने वाले व्यवहार का खुलासा हुआ। घायल मुर्गे को पुलिस सुरक्षा में रखा गया है और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुर्गे को अकेलेपन का अनुभव न हो, इसके लिए पुलिस ने उसकी देखभाल के लिए एक केयरटेकर को नियुक्त किया है।स्थिति की औपचारिक प्रकृति के बावजूद, पुलिस मुर्गे की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है। जिसके बाद अब मुर्गे को 24×7 पुलिस सुरक्षा दी जा रही है।
कानून के मुताबिक इस मामले में मुर्गे को आरोपी के खिलाफ सबूत माना जाता है। ट्रॉफियों की बरामदगी किसी प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम के आयोजन का भी सुझाव देती है। पुलिस अधिकारी निर्मल सिंह ने पुष्टि की है कि वे कानूनी निर्देशों के अनुसार मुर्गे को अदालत में पेश करने का इरादा रखते हैं। पंजाब पुलिस के पास एक मुर्गे की कस्टडी है, जिसे उन्हें अदालत में पेशी पर लाना होगा और किसी अन्य कैदी की तरह ही उसकी देखभाल करनी होगी।
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