भारत के इस गांव में आकर प्रेगनेंट होती हैं विदेशी महिलाएं, जानें खासियत
यूरोपियन महिलाएं भारत के इस गांव में खास कारणों से प्रेगनेंट होने आती है।
आइए जानते हैं इस गांव के पुरुषों की खासियत।
लद्दाख की राजधानी लेह से लगभग 160 किलोमीटर दूर हानू, डाह, दारचिक, गारकोन और बियामा समेत कई गांव है।
इन गांवों को रेड आर्यन विलेज के नाम से भी जानते है। यहाँ ब्रोकपा नाम की एक खास समुदाय रहती है।
यहां इस समुदाय के करीब 5,000 लोग रहते है। ब्रोकपा लोगों का दावा है कि इस गांव के लोग आखिरी सबसे शुद्ध आर्यन हैं।
ये सभी आर्यन नस्ल के वंशज हैं। इससे पहले आर्यन का दर्जा इंडो-ईरानी को दिया जाता था।
भारत से हार के बाद अलेक्जेंडर द ग्रेट लौट रहा था तो उसकी सेना के कुछ सैनिक रेड आर्यन विलेज में रुक गए।
अलेक्जेंडर द ग्रेट के सैनिकों के जैसै बच्चों के लिए यूरोप की महिलाएं यहां आती है।
ये महिलाएं यहां आकर एंब्रोकपा समुदाय के पुरुषों के साथ संबंध बनाती है।