मुगल हरम के लिए कहां से लाई जाती थीं लड़कियां? जानिए

भारत में मुगल साम्राज्य का काफी लंबा दौर रहा है, जिससे जुड़े किस्सों और कहानियों को आज भी याद किया जाता है

इनमें सबसे ज्यादा चर्चा मुगल हरम की होती है, जहां बादशाह की बेगम और अन्य महिलाएं रहती थीं

मुगल काल में हरम की शुरुआत बाबर के दौर में हुई थी, लेकिन इसको विस्तार देने का काम अकबर ने किया था

अबु फजल की लिखी ‘अकबरनामा’ के मुताबिक, अकबर के दौर में मुगल हरम में 5,000 से ज्यादा महिलाएं थीं

इनमें कुछ महिलाएं अलग-अलग देशों से आई थीं,जिनमें उज्बेकिस्तान की महिलाओं की तादाद ज्यादा थी

दरअसल, हरम की खास बात ये थी कि उसमें बाहरी मर्दों की एंट्री बंद थी, बादशाह के अलावा कोई भी पुरुष हरम में नहीं जा सकता था

हरम की सुरक्षा के लिए भारी-भरकम महिलाओं को रखा गया था, जो तलवार और धनुष-भाले चलाने में भी एक्सपर्ट होती थीं

इन्हें खासकर उज्बेकिस्तान से लाया जाता था, क्योंकि वहां की लड़कियां सैन्य प्रशिक्षण में अव्वल होती थीं

यह पलभर में दुश्मन का खात्मा करने में माहिर होती थीं, इनके वार से बचना मुश्किल होता था