गोल ही क्यों होती है बारिश की बूंदे,जानिए
बारिश होते हुए आपने देखा होगा लेकिन कभी सोचा है कि आखिर बारिश की हर बूंद गोल ही क्यों होती है?
वैसे तो हम पानी को किसी भी बर्तन में डाल दें वह उसी में ढल जाता है, पर बारिश की बूंदें हमेशा गोल ही होती है
बता दें कि लिक्विड में अणुओं की सबसे बाहरी परत उसके बाकी हिस्सों के अणुओं के मुकाबले एक दूसरे के करीब होती है, इसे सरफेस टेंशन कहते हैं
बता दें कि जब बारिश के बूंदें गिरती है तो वो स्वतंत्र होती हैं
ऐसे में जब बारिश की बूंदें आसमान से गिरती हैं, तो सरफेस टेंशन के कारण लिक्विड का सरफेस कम से कम एरिया को कवर करने की कोशिश करता है
स्फीयर शेप की सतह एरिया सबसे कम होता है, गिरती हुई बूंद स्फीयर की शेप में बदल जाती है
पानी के अलावा, ऊंचाई से गिरने वाली कोई भी लिक्विड की चीज जैसे -जैसे पृ्थ्वी के करीब आती है तो वह गोल बूंद में बदल जाती है