हिमालय के ऊपर दिखी विचित्र रोशनी, क्या आ गए एलियन?
ये बिजली कोई आम बिजली नहीं है। ये लाल रंग, नीले रंग, बैंगनी और गुलाबी रंग की दुर्लभ बिजली है।
ये बिजली बादलों से नीचे नहीं गिरती है। ये नीचे से ऊपर जाती है। ऐसे लगता है कि बादलों से कोई पेंट ब्रश कर रहा हो।
आपको बता दे, अंतरिक्ष में जाने वाली ये दुर्लभ बिजली सामान्य बिजली से 50 गुना ज्यादा ताकतवर होती है।
पूरी दुनिया में ये दुर्लभ बिजलियां करीब 1000 बार ही दिखती हैं।
इस बिजली को स्प्राइट (Sprite) कहते हैं। इनका निर्माण बेहद संवेदनशील होता है।
बता दे, साल 1950 में सबसे पहले स्प्राइट्स को कुछ नागरिक विमानों ने देखा। इसकी पहली फोटो साल 1989 में आई।