पूरी जिंदगी कुंवारी क्यों रह जाती थीं मुगलों की बेटियां? जानिए
मुगल बादशाह कई शादियां करने के लिए जाने गए, सिर्फ अकबर की 300 पत्नियां थीं, लेकिन मुगलों की बेटियां कुंआरी रह जाती थीं
मुगलों के दौर में कई ऐसी शहजादियां हुईं जिन्होंने सत्ता पर राज किया लेकिन उनकी कभी शादी नहीं हो पाई
मुगल बादशाह मानते थे कि अगर उनकी बहन या बेटियों की शादी किसी राजा या आम इंसान से होती है तो वो खतरा बन सकता है
मुगलों का मानना था कि अगर उनकी शादी होती है तो साम्राज्य का बंटावार हो जाएगा और उनका सिंहासन छिन सकता है
एक ऐसा ही मामला सामने आया जब अकबर की बहन के शौहर शरीफुद्दीन ने मुगल सिंहासन हासिल करने के लिए अकबर पर हमला किया था
मुगलों में बहुत कम ऐसी शहजादियां हुईं जिनकी शादी रिश्तेदारी में कराई गई, ताकि मुगलों का रुतबा बरकरार रहे, लेकिन ज्यादातर कुंआरी रहीं
किसी पुरुष से प्यार या मेलजोल न बढ़ाएं, इसके लिए मुगलों की बेटियां पर नजर रखी जाती थी, किन्नर नजर रखने का काम करते थे