India News (इंडिया न्यूज़), Red Wine Benefits: वाइन या जरूरत से ज्यादा वाइन पीना सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन रेड वाइन की बात की जाए को इसको गहरे रंग के अंगूर का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। इन अंगूरों को फर्मेंट करके रेड वाइन तैयार की जाती है। रेड वाइन के अंदर भरपूर एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। इसके साथ ही इसमें प्रोएथोसायनिडिन, रेस्वेराट्रोल, कैटेचिन और एपिक्टिन नाम के कॉम्पोनेन्ट होते हैं। इन सभी तत्वों को शामिल होने से रेड वाइन दिल से जुड़े रोग और कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को काफी हद तक कम कर देती है।
लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि रेड वाइन का इस्तेमाल लिमिटेड क्वांटिटी में ही करें। तब जाकर आपको इसके फायदे मिल सकते हैं। अगर आप ज्यादा मात्रा में रेड वाइन पीते हैं तो इससे फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है। तो आइए जानते हैं इससे जुड़े फायदे-
महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा रेड वाइन पीने से कम होता है। क्योंकि इसमें रेड वाइन पीने से होते हैं तो शरीर में इंसुलिन के लेवल को मैंटेन करके रखते हैं और इंसुलिन बनाते हैं। इससे शरीर का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में बना रहता है।
रेड वाइन में रेस्वेराट्रोल और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। जिससे हार डिसीज और कैंसर का खतरा कम होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी शामिल होते हैं जो शरीर में कार्डियोवेस्कुलर जोखिम को कम करने में असरदार साबित होते हैं।
कई रिसर्च से पता चला है कि जो लोग वाइन पीते हैं वो लोग डिप्रेशन में कम आते हैं। इसमें मौजूद रेस्वेराट्रोल ब्रेन में सेरोटोनिन को बढ़ाता है, जिससे मूड फ्रेश बना रहता है।
इसमे एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो दर्द से आराम दिलाने में मदद करते हैं। खासतौर पर रूमेटाइड अर्थराइटिस की बीमारी में इसे पीने से दर्द बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
रिसर्च के मुताबिक रेड वाइन में कई ऐसे गुण होते है जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल मेंटेन करके रखते हैं। इससे स्ट्रोक आने की संभावना कम हो जाती है।
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