India News (इंडिया न्यूज़), Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में मानसून से मची तबाही के कारण अब तक बहुत लोगों की जान गई। सरकार को करीबन 10 हजार तक का नुकसान हुआ। जानकारी के मुताबिक अभी तक 71 लोंगो की जान गई है, परंतु ये गिनती यही नहीं रुकी है। मलबे के नीचे दबने के कारण रेस्क्यूरस को बहुत से शव बरामद नहीं हो रहे है, जिनकी खोज अभी भी जारी है।
मुख्यमंत्री सुक्खू का कहना है कि हिमाचल को भारी बारिश के तहत काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे को ठीक करने में कम से कम एक साल का समय लगेगा. उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य को अब तक लगभग 10,000 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश की वजह से पिछले तीन दिनों में अब तक 71 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 13 लोगों का अभी भी कुछ पता नहीं चल पाया है। सीएम ठाकुर का कहना है कि बुनियादि ढाचे का पुनर्निर्माण करना एक बहुत बड़ी चुनौती है। मीडिया रिपोर्ट केअनुसार शिमला के समरहिल के पास शिव मंदिर के मलबे से एक और महिला का शव प्राप्त किया गया है, जिसके साथ ही बरसात से जुड़ी घटनाओं में अब तक 57 लोगों के शव बरामद हुए है।
अधिकारियों का कहना है कि भूस्खलन और बाढ़ की वजह से ढही इमारतों के मलबे से बुधवार को और शव निकाले जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़ गई है। राज्य में रविवार से हो रही भारी बरसात की वजह से शिमला के समर हिल, कृष्णा नगर और फागली इलाकों में भूस्खलन हुए थे।
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