India News HP (इंडिया न्यूज़), Punjab News: खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह की मां को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि अमृतपाल की मां बलविंदर कौर के अलावा उसके चाचा और अन्य तीन लोगों को भी अरेस्ट किया गया है।
अमृतसर के DCP आलम विजय सिंह का कहना है कि, अमृतपाल की मां बलविंदर कौर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. यह एहतियातन गिरफ्तारी है. आगे उन्होंने ये भी कहा कि, अमृतपाल के चाचा सुखचैन सिंह और तीन अन्य लोगों को भी अरेस्ट किया गया है।
अमृतपाल की मां को ‘चेतना मार्च’ निकालने से एक दिन पहले गिरफ्तार किया गया था. अमृतपाल और उसके नौ साथियों को असम की डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब की जेल में ट्रांसफर करने की मांग को लेकर 8 अप्रैल को बठिंडा के तख्त दमदमा साहिब से मार्च निकाला जाना था.
बता दें कि, बलविंदर कौर के परिवार वाले और अन्य लोग स्वर्ण मंदिर के पास भूख हड़ताल पर बैठे थे. उनका कहना है कि, जब तक अमृतपाल और अन्य कैदियों को पंजाब जेल में स्थानांतरित नहीं किया जाता तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी।
वहीं, अमृतपाल की मां और अन्य की गिरफ्तारी पर राजनीति भी शुरू हो गई है. अकाली दल के प्रवक्ता परमबंस सिंह रोमाणा ने कहा कि अमृतपाल सिंह की मां और मार्च निकालने वाले अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो निंदनीय है.
दरअसल अमृतपाल और उनके नौ सहयोगी लगभग एक साल से डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। सभी को पिछले साल अप्रैल में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत अरेस्ट किया गया था।
पिछले साल 23 फरवरी को अमृतपाल और उसके संगठन वारिस पंजाब दे से जुड़े लोगों ने अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। अमृतपाल और उनके समर्थकों के हाथों में तलवारें, लाठी-डंडे थे। ये पूरा हंगामा आठ घंटे तक चलता रहा. यह हंगामा अमृतपाल के समर्थक लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग को लेकर हुआ.
लवप्रीत तूफान को पुलिस ने बरिंदर सिंह नाम के शख्स के अपहरण और मारपीट के आरोप में हिरासत में लिया था. हालांकि हंगामे के बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया. इस घटना को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था.
पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी NSA भी लगाया था. इस घटना के करीब दो महीने बाद अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया गया. तब से वह असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। अमृतपाल के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।
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