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हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय और शेर-ए-कश्मीर विश्वविद्यालय में समझौता ज्ञापन

• LAST UPDATED : September 16, 2022

हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय और शेर-ए-कश्मीर विश्वविद्यालय में समझौता ज्ञापन

  • वैज्ञानिक और अकादमिक बातचीत को बढ़ावा देने और बढ़ाने को करेंगे काम

इंडिया न्यूज, पालमपुर (Palampur-Himachal Pradesh)

चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर (Chaudhary Sarwan Kumar Himachal Pradesh Agricultural University, Palampur (CSK HPVK)और शेर-ए-कश्मीर कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (कश्मीर), श्रीनगर (Sher-e-Kashmir University of Agriculture and Technology (Kashmir), Srinagar) ने अकादमिक और अनुसंधान (Academics and Research) सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर (MOU) किए हैं।

इस मौके पर कुलपति प्रो0 एच0 के0 चौधरी (Prof H K Chaudhary) ने बताया कि समझौता ज्ञापन (mou) के माध्यम से दोनों संस्थानों (both institution) के बीच समन्यव बनाते हुए विद्यार्थियों (students) के आदान-प्रदान  की सुविधा प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम (post graduation programe) में जहां उम्मीदवार एक विश्वविद्यालय में अपने डिग्री कार्यक्रमों का हिस्सा पूरा करेंगे और दूसरे में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम के तहत छात्र अपने ठहरने की अवधि के दौरान साथी विश्वविद्यालय में अपने पाठ्यक्रम कार्य या शोध कार्य (research work) या दोनों को आगे बढ़ा सकते हैं।

प्रोफेसर चौधरी ने बताया कि सहयोगी विश्वविद्यालय से सलाहकार समिति के सदस्यों को शामिल कर कृषि (agriculture) एवं संबद्ध क्षेत्रों (allied area) के विभिन्न विषयों में स्नातकोत्तर छात्रों के शोध कार्यक्रमों में सहयोग किया जायेगा।

दोनों संस्थान संयुक्त अनुसंधान कार्य करते हुए अनुसंधान परियोजनाएं और मानव संसाधन विकास योजना तैयार करेंगे।

प्रो.चौधरी ने कहा कि दोनों संस्थान संयुक्त अनुसंधान कार्य करते हुए संबंधित संकाय और सदस्य दोनों भाग लेने वाले विश्वविद्यालयों के अधिकारियों के उचित अनुमोदन के साथ संयुक्त कार्य के लिए अनुसंधान परियोजनाएं और मानव संसाधन विकास योजना तैयार करेंगे। इसके अलावा, संबंधित विश्वविद्यालयों के हितों और क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए दीर्घकालिक और अल्पकालिक लक्ष्यों के साथ संयुक्त प्रायोजित और परामर्श परियोजनाएं शुरू की जा सकती हैं। कुलपति ने कहा कि दोनों विश्वविद्यालयों के इस संयुक्त उद्यम ने पश्चिमी हिमालयी राज्यों में स्थित सभी शोध संस्थानों के साथ इस तरह की पहल करने का द्वार खोल दिया है।

कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान और अकादमिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने में एक मील का पत्थर साबित होगा

उन्होने कहा कि यह कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान और अकादमिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने में एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि सहयोग से अनुसंधान प्रौद्योगिकियों, छात्रों और शिक्षकों के आदान-प्रदान को लाभ होगा। यह संयुक्त उद्यम दोनों राज्यों के किसानों के हित में काफी आगे तक जाएगा।

मान्य हितों के क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान कार्यक्रमों, सम्मेलनों, संगोष्ठियों और कार्यशालाओं की पर्याप्त गुंजाइश होगी-डॉ0 नज़ीर अहमद गनई 

शेर-ए-कश्मीर कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, (कश्मीर), श्रीनगर के कुलपति डॉ0 नज़ीर अहमद गनई ने नई पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सामान्य हितों के क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान कार्यक्रमों, सम्मेलनों, संगोष्ठियों और कार्यशालाओं की पर्याप्त गुंजाइश होगी। दोनों कृषि विश्वविद्यालयों के बीच फैकल्टी एक्सचेंज का प्रावधान किया गया है।

समझौता ज्ञापन पर हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति प्रो0 एच0 के0 चौधरी और शेर-ए-कश्मीर कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, (कश्मीर), श्रीनगर के कुलपति डॉ0 नज़ीर अहमद गनई द्वारा हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह के दौरान दोनों विश्वविद्यालयों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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