India News (इंडिया न्यूज़), Kangra News, Himachal, संवाददाता जितेंदर ठाकुर: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला की पौंग झील किनारे खाली पड़ी वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर साधन संपन्न परिवारों द्वारा प्रतिबन्ध के बावजूद खेती करना शुरू कर दिया है तथा रात के अंधेरे में ट्रैक्टरों से खेती कर रहे हैं। साधन संपन्न परिवारों ने सैंकड़ों एकड़ जमीन को कुरेद डाला है लेकिन वन्य प्राणी विभाग इससे अनजान बना हुआ है। जो लोग वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर हल चला रहे हैं वो सब राजनितिक पदाधिकारी या किसी और से साथ सांठगांठ बनाए हुए है जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि इनको राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। राजनीतिक संरक्षण होने के कारण वन्य प्राणी विभाग इन लोगों पर कार्रवाई करने से कतरा रहा है।
पर्यावरण प्रेमी मिलखी ने कहा कि वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर खेती करना प्रतिबंधित है लेकिन एक मंत्री के इशारे पर यह खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा की सरकार होती है तो भाजपा के ओहदेदार खेती कर लेते हैं और अब कांग्रेस की सरकार बनी है तो कांग्रेस के ओहदेदार खेती करने में जुट गए हैं लेकिन इसमें आम जनता को तो कोई फायदा नहीं होता है। उन्होंने वन्य प्राणी विभाग से मांग की है कि प्रतिबन्ध के बावजूद वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर खेती करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
वन्य प्राणी विभाग के आरओ पविन्दर राणा ने कहा कि वन्य प्राणी विभाग की जमीन पर खेती करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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