India News (इंडिया न्यूज़) Farmers Protest 2024 : किसानों के दिल्ली आने से पहले प्रशासन ने भी उनको रोकने के लिए सभी व्यवस्था कर ली है। अंबाला के शम्भू बॉर्डर पर सभी पुलिस फोर्स को तैनात कर दी गई है। पुलिस ने इसके लिए सभी व्यवस्था कर ली है। जिसमे तीन लेयर की बैरीकेडिंग, ड्रोन से निगरानी और सड़को पर कील लगा दी है।
प्रशासन ने साफ तौर से बोल दिया है कि किसान कानून को अपने हाथ में न ले। आपको बता दे, शम्भू बॉर्डर पर तैनात फोर्स के साथ डीएसपी अरशदीप सिंह ने कहा है कि ‘किसान आंदोलन के चलते बॉर्डर सील हो गया है। किसान अगर आते है तो उनको समझाया जाएं कि उनके पास परमिशन नहीं है! तो आगे न जाएं।
दरअसल, किसान आंदोलन के चलते आज सुबह 6 बजे से हरियाणा के कुछ जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है ताकि कोई इसका गलत इस्तेमाल न कर सके। पुलिस ने पंजाब से आने वाले सभी रास्तों को पूरी तरह से सील कर दिया है। ताकि किसान यहां से आगे न जा सकें। पंजाब से आने वाला मुख्य मार्ग शंभू बॉर्डर है, जहां से किसानों को कूच करना है, उसे पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। हालांकि, किसानों ने कहा है कि वे 13 तारीख को दिल्ली कूच करेंगे। लेकिन पुलिस पिछली बार की तरह किसान आंदोलन की गलती दोहराना नहीं चाहती। पुलिस अभी भी किसानों को कानून अपने हाथ में लेने से रोकने की कोशिश कर रही है। शंभू बॉर्डर पर तैनात डीएसपी अर्शदीप का कहना है कि वह अभी भी आने वाले किसानों से कहेंगे कि यहां न आएं क्योंकि आपके पास अनुमति नहीं है और वापस चले जाएं।
सूत्रों से मिली खुफिया रिपोर्ट के अनुसार किसान आंदोलन के लिए ट्रैक्टरों से 40 रिहर्सल कर चुके हैं। जिसमे मार्च महीने में हरियाणा में 10 और पंजाब में 30 रिहर्सल किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 15 से 20 हजार किसान 2000-2500 ट्रैक्टरों के साथ आंदोलन में आ सकते हैं। इसमें राजस्थान, उत्तर प्रदेश, केरल, पंजाब, हरियाणा, और कर्नाटक के किसान शमिल हो सकते है।
प्रशासन ने आगे कहा कि इस आंदोलन में किसानों के साथ – साथ कुछ गलत लोग शामिल हो कर माहौल ख़राब कर सकते है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किसान कार, बाइक, मेट्रो, रेल या बस से आ सकते हैं। कुछ किसान छुपकर आ सकते हैं और पीएम, गृह मंत्री, कृषि मंत्री और बीजेपी के बड़े नेताओं के घर के बाहर इकट्ठा होकर हिंसा फैला सकते हैं। रिपोर्ट में सोशल मीडिया पर निगरानी की भी बात कही गई है। दिल्ली की सभी सीमाओं और दिल्ली के अंदर कड़ी सुरक्षा की जरूरत बताई गई है।
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