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Shiromani Akali दल की चुनावी घोषणा पत्र जारी, पार्टी ने पंजाब सीमा के रास्ते पाकिस्तान के साथ व्यापार की वकालत की

• LAST UPDATED : May 18, 2024

India News HP (इंडिया न्यूज),Shiromani Akali: लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर है। शनिवार, 18 मई को अपना चुनावी मैनिफेस्टो घोषित किया है।  जालंधर में घोषणापत्र जारी करते हुए पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा, “अगर केंद्र गुजरात के बंदरगाहों के माध्यम से पाकिस्तान के साथ व्यापार की अनुमति दे सकता है तो पंजाब में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सड़क नेटवर्क के माध्यम से ऐसा क्यों नहीं किया जा सकता है? हम पड़ोसी देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय व्यापार की बहाली की मांग उठाएंगे।”

ड्रग्स की तस्करी के खिलाफ कड़े कानून की मांग

1 जून के संसदीय चुनाव के लिए अपने घोषणा में, 2007-17 तक राज्य में अपने कार्यकाल के दौरान नशीली दवाओं की समस्या को नियंत्रित करने में विफल रहने के लिए आलोचना का सामना करने वाले शिअद ने ड्रग्स माफियाओं के लिए मौत की सजा की मांग की है।

उन्होंने कहा, “हम ड्रग्स की तस्करी और इसके पीछे के लोगों से निपटने के लिए कड़े कानून बनाने की अपनी मांग लोकसभा में मजबूती से रखेंगे। सुखबीर ने कहा, देश को ड्रग माफियाओं के लिए मौत की सजा की जरूरत है क्योंकि वे भोले-भाले युवाओं को बर्बाद करते हैं और उनके जीवन से खिलवाड़ करते हैं। हम प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय जांच ब्यूरो जैसी राष्ट्रीय एजेंसियों के लिए एक जांच और संतुलन प्रणाली का प्रस्ताव करते हैं, क्योंकि राजनीतिक लाभ के लिए इनका दुरुपयोग किया जा रहा है।

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विभाजनकारी राजनीति कर रही है पार्टीयां

उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के 13 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनावी लड़ाई लड़ रही चार मुख्य पार्टियों में से केवल अकाली दल ही एक क्षेत्रीय पार्टी है जो राज्य के कल्याण और विकास के बारे में बात करती है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस, भाजपा और आप विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं। समुदायों के बीच दरार पैदा कर रहे हैं और सांप्रदायिक वैमनस्य का माहौल बना रहे हैं। पंजाब को कोई विशेष आर्थिक पैकेज नहीं दिया गया। जब आतंकवाद के बाद के वर्षों में इसकी सबसे अधिक आवश्यकता थी। जब वह कठिन दिनों से गुजर रही थी, तब इन दोनों दलों ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय बलों की प्रतिनियुक्ति का शुल्क लेकर राज्य की वित्तीय स्थिति को लूट लिया। जब हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर को विशेष आर्थिक पैकेज मिल सकता है तो पंजाब को क्यों नहीं?”

पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में प्रमुख वादे

  •  संघीय ढांचे के सशक्तिकरण के लिए संघर्ष करना।
  •  चंडीगढ़ को पंजाब की स्वतंत्र राजधानी के रूप में ही लड़ाई जारी रखना
  •  सभी जल-बंटवारा संधियों और समझौतों को रद्द करने की वकालत करना
  • सिख धार्मिक संस्थानों को किसी अन्य संगठन के प्रभाव से मुक्त करना और उन्हें एसजीपीसी के दायरे में वापस लाना
  •  किसानों के अधिकारों की वकालत करना और एमएसपी गारंटी के लिए केंद्र पर दबाव डालना।
  • गैर-पंजाबियों को खेती के लिए पंजाब में जमीन खरीदने से रोकना और पंजाबियों को इसी उद्देश्य के लिए हरियाणा और राजस्थान में कृषि भूमि खरीदने की अनुमति देना
  • ऐसा कानून बनाना कि केवल पंजाब के मूल निवासी पंजाबियों को ही राज्य में सार्वजनिक और निजी नौकरियाँ मिलें
  •  अमृतसर को कपड़ा एवं पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना

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