India News Himachal (इंडिया न्यूज), Lieutenant Inayat Vats: लेफ्टिनेंट इनायत वत्स जिनके पिता मेजर नवनीत वत्स 20 साल पहले देश के लिए जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गए थे। अब एक बेटी का फर्ज निभाने सेना में शामिल हो गईं हैं। पासिंग आउट परेड में, लेफ्टिनेंट इनायत वत्स ने वही जैतूनी हरे रंग की वर्दी पहनी थी जो उनके पिता पहना करते थे।
चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में प्रशिक्षण लेने के बाद लेफ्टिनेंट इनायत वत्स को सैन्य खुफिया कोर में लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्त किया गया। आर्मी ट्रेनिंग कमांड, इंडियन आर्मी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लेफ्टिनेंट इनायत वत्स का इंडियन आर्मी में स्वागत करते हुए कहा, ‘इनायत मुश्किल से तीन साल की थीं, जब उन्होंने एक उग्रवाद विरोधी ऑपरेशन में अपने पिता मेजर नवनीत वत्स को खो दिया था। दो दशक से भी अधिक समय के बाद, वह भारतीयसेना में शामिल हुईं और वही वर्दी पहनी जो कभी उनके हीरो डेड पहना करते थे। आपका स्वागत है, सेना की बेटी लेफ्टिनेंट इनायत वत्स।’
“𝐀𝐥𝐥 𝐟𝐨𝐫 𝐒𝐮𝐩𝐫𝐞𝐦𝐞 𝐒𝐚𝐜𝐫𝐢𝐟𝐢𝐜𝐞 𝐨𝐟 𝐡𝐞𝐫 𝐟𝐚𝐭𝐡𝐞𝐫”#OTAChennai #PassingOutParade
Inayat was barely three years, when she lost her father Major Navneet Vats in a counter insurgency operation.
More than two decades later, she gets commissioned into… pic.twitter.com/AiIBUpfc1J
— Army Training Command, Indian Army (@artrac_ia) March 9, 2024
मेजर नवनीत वत्स चंडीगढ़ के रहने वाले थे। उन्हें 3 गोरखा राइफल्स रेजिमेंट की चौथी बटालियन में नियुक्त किया गया था। नवंबर 2003 में श्रीनगर में एक आतंकवाद विरोधी अभियान में वे शहीद हो गए। उनकी बहादुरी और सर्वोच्च बलिदान के लिए उन्हें वीरता पुरस्कार, “सेना मेडल” दिया गया।
इनायत वत्स दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएट हैं। अप्रैल 2023 में चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में शामिल होने से पहले वह दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रही थीं।
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