India News Himachal (इंडिया न्यूज़), Farmers Protest: पंजाब भर के किसानों ने रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा द्वारा बुलाए गए ‘रेल रोको’ आंदोलन किया। किसानों ने आंदोलन कर अपनी मांगों खासकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के कानूनी आश्वासन की मांग को सरकार के सामने रखा।
रेल रोको आंदोलन के तहत किसान होपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक चार घंटों के लिए रेलवे ट्रैक्स पर बैठे रहे। इस बीच किसान अमृतसर, लुधियाना, तरनतारन, होशियारपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का, संगरूर, मनसा, मोगा और बठिंडा सहित पंजाब के 22 जिलों में 52 स्थानों पर रेल रोको आंदोलन के तहत रेलवे ट्रैक्स पर नजर आए।
VIDEO | Visuals of farmers' 'rail roko' protest from Shambhu border. pic.twitter.com/AlJ7MlxMie
— Press Trust of India (@PTI_News) March 10, 2024
किसानों के रेल रोको आंदोलन के चलते दिल्ली और पंजाब के बीच लोगों को आने जाने में दिक्कत हुई। लगभग 25 ट्रैन पर रेल रोको आंदोलन का असर पड़ा। इसी बीच किसानों का दावा है कि भटिंडा और श्रीगंगानगर के बीच ट्रैन नहीं चली है। कई जगहों पर किसानों ने ट्रेनों में घुसने की कोशिश की। रेल रोको अभियान में महिलाएं भी शामिल हुई। पंजाब पुलिस ने पहले ही लोगों को अभियान में शामिल न होने की चेतावनी दी थी।
व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करते हुए, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने लोगों से बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया। संयुक्त किसान मोर्चा से संबद्ध भारती किसान यूनियन (एकता उग्राहन), बीकेयू (दकौंदा-धनेर) और क्रांतिकारी किसान यूनियन जैसे विभिन्न किसान संघ सक्रिय रूप से ‘रेल रोको’ आंदोलन में लगे हुए हैं। MSP के अलावा किसानों की मांगों में किसानों और खेतिहर मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं, पुलिस मामलों को वापस लेना और 2021 की लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए ‘न्याय’, भूमि अधिग्रहण अधिनियम (2013) की बहाली और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देना शामिल है।
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