India News HP (इंडिया न्यूज़), Himachal Apple: हिमाचल प्रदेश में गर्मी के महीनों में कई स्थानों पर सूखे के हालात बने हुए थे। जिसके कारण मौसमी फसलों और फलों के पेड़ों को भारी नुकसान पहुंचा। ऐसे में अब बागवानी विभाग भी सूखे के कारण हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर रही है। अगर बाद प्रदेश में कुल्लू जिले की करें तो अप्रैल और मई महीने में यहां फलों का सीजन भयानक प्रभावित हुआ है। विभाग के अनुसार इस तूफान और अंधड़ के कारण 5 करोड़ का नुकसान हुआ है।
कुल्लू जिले में अप्रैल-मई में हुई बारिश, ओलावृष्टि और तूफान से बागवानी को करीब पांच करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। दो माह में मौसम के कहर से सबसे ज्यादा नुकसान सेब, नाशपाती और प्लम को हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान सेब की फसल को हुआ है। बागवानी विभाग कुल्लू ने अप्रैल-मई में हुई बारिश, तूफान और ओलावृष्टि से हुए नुकसान की रिपोर्ट में यह खुलासा किया है।
इसी तरह जून माह में सूखे जैसे हालात होने से यह नुकसान कई गुना अधिक होने की आशंका है। अब बागवानी विभाग अपनी रिपोर्ट तैयार करने में जुटा है। बागवानी विभाग की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल माह में जिले में करीब 4000 सेब के पेड़ों को नुकसान पहुंचा है। इन दो महीनों में कुल्लू जिले के 4475 बागवान प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 2718 सेब उत्पादक हैं।