India News (इंडिया न्यूज़) Diwali 2023: 14 साल का वनवास पूरा कर भगवान श्रीराम अयोध्या लौटे थे। उनके लौटने की खुशी में अयोध्यावासियों ने उस दिन उत्सव मनाया था। तभी से हर साल दिवाली मनाई जाती है। लेकिन इन कारणों से भी दिवाली मनाई जाती है।
नरकासुर का वध
शास्त्रों के मुताबिक द्वापरयुग में नरकासुर नाम के राक्षस का वध भगवान श्रीकृष्ण द्वारा हुआ था। क्योंकि उस राक्षस ने 16 हजार महिलाओं का अपहरण किया था। नरकासुर के वध और उसके आतंक से मुक्ति की खुशी में भी हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा को दीप जलाए जाते हैं।
पांडवों का मिला अपना अधिकार
मान्यता है कि कौरवों ने जब छल से पांडवों का राज-पाठ छीन लिया था। इसके बाद फिर पांडवों को 13 वर्ष तक वनवास पर जाना पड़ा था। वनवास से लौटने के बाद पांडवों ने अपना राज्य मांगा। लेकिन पांडवों को दुर्योधन ने उनका राज्य नहीं लौटाया था। इसलिए पांडवों और कौरवों के बीच महाभारत हुई थी। युद्ध में विजय प्राप्त करने के बाद पांडवो ने अपना राज्य हासिल किया।
बालि सुतल लोक के बने राजा
मान्यता है कि जब भगवान विष्णु ने वामन रूप लेकर राजा बलि से तीन पग भूमि दान में लेकर उनका सर्वस्व ले लिया था। साथ ही उन्हें सुतल लोक का राजा बना दिया। सुतल में रहने वाले लोगों को जब इसका पता चला तो उन्होंने दीप जलाकर उनका स्वागत किया। तभी से दीपावली मनाने की परंपरा चली आ रही है।
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