India News HP (इंडिया न्यूज़),Bilaspur: बिलासपुर में भीषण गर्मी में खड्डों में नहाने गए युवकों के डूबने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पिछले एक महीने में खड्डों में डूबकर दो युवकों की जान जा चुकी है।
बिलासपुर में जून महीने में चिलमिलाती गर्मी का असर देखा जा रहा है । जहां एक ओर जिले में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है, वहीं कई युवा इस गर्मी से राहत पाने के लिए खड्डों में जाकर नहाना पसंद करते हैं। इस प्रकार, खड्डों में नहाते समय कई युवक अपनी जान से भी हाथ धो बैठते हैं।
मुख्य रूप से सीर खड्ड, अलीखड्ड और शुक्रखड्ड देखने को मिलता है,जहां नाले का बरसाती पानी इन गड्ढों से होकर गुजरता है। जिसके कारण इन गड्ढों में पानी की गहराई अलग-अलग होती है।गहराई का अंदाजा न लगा पाने के कारण कई युवा नहाते समय पानी में डूब जाते हैं और अपनी जान गंवा देते हैं।
सीरखड्ड की स्थिति में पिछले कुछ महीनों में एक घटना देखने को मिली थी जिसमें दो युवक नहाते हुए खुदकुशी करने की कोशिश कर रहे थे। पिछले साल, कसोल पुल के पास दो युवक नहाने के दौरान डूब गए थे और उनकी मौत हो गई थी। हर साल मौत के मामले में आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। उसी आंकड़े को देखते हुए अब जिला प्रशासन हरकत में आ गया है और पंचायत स्तर पर लोगों को खड्डों से दूर रहने के लिए अभियान चलाने की रणनीति तैयार कर रहा है।
जानकारी देते हुए ‘सबटाइटल घुमाव’ की गौरव चौधरी ने कहा कि बड़े दुःख की बात है कि गर्मी से राहत पाने के लिए शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी गड्ढों में जाकर नहाने लगते हैं, जिससे पानी की गहराई का अंदाजा न लगा पाने के कारण उनकी डूबकर मौत हो जाती है।
पंचायतों के पास साइन बोर्ड लगाने की जरूरत है जो खड्डों से दूर रहने की सलाह देते हैं । उन्होंने यह भी कहा कि नदी – नालों के सिर्फ ऐसे दरवाजे बंद कर दिए जाएंगे जो खड्डों के पास जाएंगे । उनके अनुसार, बीडीओ के माध्यम से ऐसी पंचायतों को छांटा जाएगा जिनके पास स्थानीय खड्डें और नाले होंगे।