India News Himachal ( इंडिया न्यूज ) CPRI Shimla: पहाड़ी राज्य के किसानों के लिए अच्छी खबर है। जानकारी के मुताबिक सीपीआरआई छह साल बाद फिर से आलू का बीज तैयार करने जा रहा है। बता दें कि उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश फार्मों में सिस्ट नेमाटोड रोग की वजह से आलू के बीच उत्पादन में रोक लगा दी गई थी। उस समय अच्छी बीज न मिलने के कारण देश में आलू उत्पादन प्रभावित हुआ था। कृषि मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद अब केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान आलू के बीज को तैयार करेगा।
CPRI के निदेशक ब्रजेश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सीपीआरआई को इसी वर्ष से जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, मणिपुर, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश समेत अन्य पहाड़ी राज्यों में कई तरह के आलू का बीज देगा। वहीं कुफरी, फागू फार्म के प्रबंधक डॉ. अश्वनी शर्मा ने कहा कि अगले नहीने के अंत तक बीज तैयार करने की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। जिसमें बफर सीड स्टाक को तैयार कर लिया गया है। पांच हेक्टेयर पर हजार से 800 क्विंटल आलू तैयार किया जाएगा। जिसमें नवंबर से 700 क्विंटल बीज राज्यों को देंगे।
इस मौके पर डॉ. आलोक कुमार, डॉ. दिनेश, डॉ. अश्वनी कुमार शर्मा, डा. जगदेव शर्मा और डॉ. विनोद कुमार मौजूद रहे। सीपीआरआई. अध्ययन डॉ. संजीव शर्मा और डॉ. आरती बैरवा ने बताया कि सबसे पहले मिथाइल ब्रोमाइड के प्रयोग से नेमाटोड का इलाज किया गया था। जिसमें 50 प्रतिशत तक खुराक दी गई थी। होइनक्लोराइट की मदद से स्टेरॉयड का परीक्षण किया गया। जो इलाज के लिए सबसे अच्छा पाया गया।
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