India News Himachal (इंडिया न्यूज), Shark Tank: शार्क टैंक इंडिया 3 का लेटेस्ट एपिसोड अंकुश बरजाटा के साथ शुरू हुआ। हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव के अंकुश एक ऑनलाइन साड़ी स्टोर के फाउंडर हैं। अभी हाल ही में उन्होंने शार्क टैंक इंडिया 3 तीन शार्क के साथ 75 लाख रुपये की डील पक्की की है। जिसके बाद वे सुर्खियों में हैं।
साड़िया बेचने के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ‘दीवा’ के फाउंडर अंकुश बरजाटा ने ‘शार्क टैंक इंडिया 3’ के नए एपिसोड में तीन शार्क के साथ 75 लाख रुपये की डील पक्की की है। अंकुश ने शार्क्स को एक इंप्रेसिव पिच दी। जिससे वे पिचर और उसके व्यवसाय के बारे में सब कुछ जानने के लिए उत्सुक हो जाते हैं। वह साड़ियाँ पहनकर अपना विजन बताता है। अंकुश की मांग 50 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर 4% इक्विटी के लिए 2 करोड़ रुपये थी।
शार्क्स से बातचीत के दौरान अंकुश ने बताया, “मेरे दादाजी और मेरे पिता कपड़े की दुकानों के लिए काम करते थे। जब तक मेरे पिता ने अपनी दुकान नहीं खोली तब तक मैं सरकारी स्कूल में पढ़ रहा था। फिर मैंने चेन्नई से इंजीनियरिंग की। मैं फिल्में निर्देशित करना चाहता था लेकिन जब मुझे इसके बारे में पता चला मेरे पिता के व्यवसाय में घाटा होने के बाद, मैंने काम खोजने का फैसला किया। काम करते समय मैं एक साड़ी निर्माता के संपर्क में आया। मैंने अपना सारा रिसर्च हथकरघा और पावरलूम साड़ियों पर किया। और एक नेटवर्क बनाया।”
इसके बाद राधिका, विनीता और पीयूष उसके बिजनेस और उत्पादों की गुणवत्ता को समझते हैं। पीयूष और रितेश यूनिट इकोनॉमिक्स के बारे में पूछते हैं। अंकुश बताता है कि उसने सीजन 2 के लिए अपलाई किया था, हालांकि, तब चीजें काम नहीं कर पाईं। अंकुश ने शार्क्स को ये भी बताया कि कैसे उसने बिजनेस को आगे बढ़ाया और एक मजबूत और लाभदायक रन रेट स्थापित करने के लिए लगभग एक साल का ट्रायल और एरर किए। अंकुश ने बताया कि सारा कारोबार बंगाणा गांव से चला रहे हैं जिससे शार्क्स काफी इंप्रेस हुए।
हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव बंगाणा के युवा एंटरप्रेन्योर अंकुश बरजाटा द्वारा स्थापित ‘दीवा’ ग्राहकों को सीधे निर्माताओं से जोड़ता है। ये बाजार दरों की तुलना में लागत में 40-50 प्रतिशत की कमी करता है। अंकुश ‘दीवा’ को दुनिया का सबसे बड़े ऑनलाइन साड़ी स्टोर बनाने की चाह रखते हैं।
आगे की पूछताछ के बाद विनीता और पीयूष सौदे से पीछे हट गए। अमन एक ऑफर देता है, कहता है ‘मुझे कोई इंट्रेस्ट नहीं है तेरे साड़ी बिजनेस में, पर तू बंदा बहुत अच्छा है तो मैं तुझे एक डील दूंगा।’ 5% इक्विटी के लिए 20 लाख रुपये और 10% ब्याज के लिए 1.8 करोड़ रुपये का कर्ज। रितेश और राधिका शामिल हुए और नया ऑफर 5% के लिए 75 लाख रुपये और 3 साल के लिए 10% इक्विटी के लिए 1.25 करोड़ रुपये था। अंकुश 6% के लिए 75 लाख रुपये और 3 साल के लिए 10% इक्विटी के लिए 1.25 करोड़ रुपये का काउंटर ऑफर देता है और वे डील क्लोज कर देते हैं।
ये भी पढ़ें-Himachal Politics: बागी विधायकों के मामले पर SC में टली सुनवाई,…
ये भी पढ़ें-Diljit in Himachal: साधूओं के साथ खास वक्त बिताते नजर आए…
ये भी पढ़ें-Holi Tips: होली पर रखें त्वचा का खास ख्याल, फॉलो करें ये टिप्स