India News HP (इंडिया न्यूज़), Vikramaditya singh: हिमाचल प्रदेश में आगामी 1 जून को मतदान है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, सभी पार्टियों ने प्रत्याशी ने अपना चुनावी प्रचार बढ़ा दिया है। इसी बीच प्रदेश के मंडी लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी एवं लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य ने बुधवार, 22 मई को को प्रेस वार्ता कर मंडी संसदीय क्षेत्र और हिमाचल के लिए अपनी प्राथमिकताएं गिनाईं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जवानों ने सेना में देश के लिए शहादत दी है। उनकी भावनाएँ सैनिक परिवारों से जुड़ी हुई हैं। ऐसे में जब वह जीतकर संसद जाएंगे तो हिमाचल के लिए सेना में अलग रेजिमेंट की मांग करेंगे।
“हिमाचल रेजीमेंट का मुद्दा राजनीतिक नहीं”- विक्रमादित्य सिंह
कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हमें मालूम है कि रक्षा क्षेत्र में राज्यों को महत्व नहीं दिया जाता, लेकिन हमारे प्रदेश के सबसे ज्यादा युवा सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं। हिमाचल रेजीमेंट का मुद्दा राजनीतिक नहीं है बल्कि यह प्रदेश के उन शहीदों की शहादत होगी जिन्होंने कारगिल और अन्य युद्धों में अपने प्राणों की आहुति दी। इसके अलावा विक्रमादित्य ने कहा कि जोगिंदरनगर और सरकाघाट की बेल्ट सेवानिवृत्त सैनिकों का हब है। वह यहां सीएसडी डिपो खोलने का काम करेंगे।
OPS से छेड़छाड़ ना हो
कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करने समय कहा, “अगर गलती से भी प्रदेश में दोबारा जयराम सरकार बनी तो वे लौटते ही ओपीएस को डिनोटिफाई कर देंगे। ऐसे में चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी ओपीएस को लेकर विधानसभा में एक कानून पारित करेगी, जिससे भविष्य में कोई भी सरकार छेड़छाड़ नहीं कर सकेगी। इससे कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा होगी। साथ ही उन्होंने राज्य के सरकारी कर्मचारियों से सरकार की स्थिरता के लिए काम करने की अपील की।