India News (इंडिया न्यूज), Ambreen Fatima Sheikh: एक पाकिस्तानी दुल्हन जिसके ससराल वालों ने उसके उम्मीद पर खरा ना उतरने पर दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी थीं को आखिरकार अब जाकर इंसाफ मिल गया है। युके के रहने वाले इस परिवार पर आरोप था कि उन्होंने अंबरीन फातिमा को अलग अलग तरीके से लगातार टॉर्चर किया था जिस वजह से उसका ब्रेन डेमेज हो गया। बताया जा रहा है परिवार ने पहले तो अंबरीन को जबरदस्ती एंटी डाइबिटिक पिल्स खिलाईं फिर उसे बेहोसी की हालत में छोड़ कर चले गए।
अंबरीन फातिमा शेख को मिला इंसाफ
बुधवार को कोर्ट की ओर से, अंबरीन फातिमा शेख के पति असगर शेख को उनके पिता, खालिद शेख और उनकी मां शबनम शेख के साथ सात साल और नौ महीने की जेल की सजा सुनाई गई। इसके साथ ही असगर शेख के भाई सकलायने शेख को छह महीने की सजा और दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया। वहीं उसकी बहन शगुफा शेख को 18 महीने की सजा और दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया है।
बुरी तरह किया गया था टॉर्चर
लीड्स क्राउन कोर्ट ने बताया कि अंबरीन फातिमा शेख को मधुमेह विरोधी दवा ग्लिमेपाइराइड लेने के लिए “धोखा दिया गया या मजबूर” किया गया था जिसकी वजह से उनके मस्तिष्क में भयानक चोट आ गई। बताया जा रहा है कि उन्हें एक अरेंज मैरिज के बाद पाकिस्तान से यूके लाया गया था। न्यायाधीश ने बुधवार को बताया कि अंबरीन फातिमा शेख पर कास्टिक पदार्थ डाला गया था, जिससे वह गंभीर रूप से जल गईं थी। अंबरीन फातिमा शेख को 1 अगस्त 2015 को अस्पताल में भर्ती होने से पहले घर में टॉर्चर किया गया था। शुरुआत में उनकी हालत इतनी गंभीर थी कि उनका बच पाना मुश्किल माना जा रहा था।
कोर्ट ने क्या कहा?
- मुकदमे में सुने गए सबूतों के मुताबिक, परिवार अंबरीन फातिमा शेख के घरेलू कामकाज से खुश नहीं था। जिसके बाद खालिद शेख ने सुझाव दिया था कि उसे वापस पाकिस्तान भेज दिया जाना चाहिए।
- अंबरीन फातिमा शेख को मधुमेह-विरोधी दवा ग्लिमेपाइराइड लेने के लिए “धोखा दिया गया या मजबूर” किया गया, जिससे उनके मस्तिष्क पर भयावह चोट लगी।
- अंबरीन फातिमा शेख पर कास्टिक पदार्थ भी डाला गया था, शायद किसी प्रकार का सफाई तरल पदार्थ, जिससे वह गंभीर रूप से जल गई थी।
- न्यायाधीश ने बताया कि अंबरीन फातिमा शेख के बेहोश होने और परिवार द्वारा एम्बुलेंस बुलाने के बीच दो से तीन दिन की देरी थी।
- टॉर्चर के बाद अंबरीन फातिमा शेख को संदिग्ध अवस्था में छोड़ दिया गया था जिससे वह कभी भी उबर नहीं पाएगी।
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