India News (इंडिया न्यूज़), Panda Diplomacy: इस साल चीन ने सैन डिएगो जू में 2 विशाल पांडा भेजने की पूरी तैयारी में जुटी हुआ है। चीन की ओर से ये पांडा ‘पांडा डिप्लोमेसी’ के तहत भेजे जा रहे हैं। चिड़ियाघर के अधिकारियों ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि पांडा की पहली जोड़ी, एक नर और एक मादा, गर्मियों के अंत तक सैन डिएगो पहुंच सकती है।
अभी हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने पिछले नवंबर में कैलिफोर्निया में चीनी नेता शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। शी ने उस समय घोषणा की थी कि चीन “पांडा संरक्षण पर संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपना सहयोग जारी रखने के लिए तैयार है, और कैलिफ़ोर्नियावासियों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेगा ताकि हमारे लोगों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध मजबूत हो सकें।” लेकिन यह तुरंत नहीं हुआ यह स्पष्ट है कि यह प्रक्रिया कब शुरू होगी या अमेरिका में बचे कुछ भालुओं के प्रस्थान को रोकने का समय आएगा या नहीं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने गुरुवार को कहा, “प्रासंगिक चीनी संस्थानों ने विशाल पांडा के संरक्षण में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के एक नए दौर पर स्पेन में मैड्रिड चिड़ियाघर और संयुक्त राज्य अमेरिका में सैन डिएगो चिड़ियाघर के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।”
चीन वाशिंगटन, डी.सी. के राष्ट्रीय चिड़ियाघर और ऑस्ट्रिया के शॉनब्रुन चिड़ियाघर के साथ अपने सहयोग को नवीनीकृत करने पर भी चर्चा कर रहा है ।अपनी दशकों पुरानी पांडा डिप्लोमेसी को बहाल करना पश्चिम, विशेषकर अमेरिका के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के चीन के नवीनतम प्रयास का प्रतीक है।
Panda diplomacy के तहत चीन दूसरे देशों को पांडा भेजता है। चीन ने 1941 से 1984 तक दूसरे देशों को पांडा भेजे थे। लेकिन साल 1984 में नीति में बदलाव किया गया, जिसके तहत चीन से दूसरे देशों में आने वाला पांडा पर टैक्स लगाना शुरू कर दिया।
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