India News HP (इंडिया न्यूज़), Himachal News: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPR) ने नशे के विरुद्ध अभियान में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ जिला घोषित किया है। ऊना के डिप्टी कमिश्नर जतिन लाल ने शुक्रवार,5 जुलाई को यह जानकारी दी। लाल को 30 जून को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में इसके लिए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के हाथों यह पुरस्कार दिया गया।
डिप्टी कमिश्नर लाल ने पुरस्कार ग्रहण करने के बाद कहा कि ऊना जिला इस कार्य योजना को लागू करने वाला देश का पहला जिला है, जो NCPR और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त पहल है जिसे फरवरी 2021 में लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य स्कूलों और कॉलेजों में नशीली दवाओं और मादक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ जागरूकता फैलाना है। डिप्टी कमिश्नर कहा कि विभिन्न विभागों ने ‘नशा मुक्त ऊना अभियान’ में सराहनीय योगदान दिया है, जिसे पायलट परियोजना के रूप में शुरू किया गया था और इसके सकारात्मक रिजल्ट सामने आए हैं।
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लाल ने बताया कि इस अभियान के तहत स्कूल और कॉलेज स्तर पर 26,000 छात्रों को विभिन्न कौशल और जीवन विकास कार्यक्रमों के माध्यम से नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए शामिल किया गया। इसके अलावा, लगभग 247 शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों को प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों के भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत करना और उन्हें नकारात्मक विचारों से दूर रखना है जो नशीली दवाओं की लत का कारण बन सकते हैं। लाल ने आगे बताया कि इसके साथ ही ऊना में एक लाख घरों में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए ‘हर घर दस्तक अभियान’ भी चलाया गया। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया।
डिप्टी कमिश्नर ने ऊना निवासियों को ‘नशा मुक्त ऊना अभियान’ में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया तथा आशा व्यक्त की कि वे जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए भविष्य में चलाए जाने वाले अभियानों में भी सहयोग करते रहेंगे।